Instruction For Parents
किसी भी संस्था की प्रगति अथवा विकास उसके नैतिक मूल्यों, सामाजिक संस्कारों एंव अनुशासन पर टिका होता है। जबकि अनुशासन के बिना नैतिक मूल्य व सामाजिक संस्कार बेमानी होते हैं। अतः संस्था विद्यालय में हर स्तर पर अनुशासन बनाए रखने के लिए अभिभावको से भी इसकी अपेक्षा रखती है। इसलिए हम जो व्यवहार व अनुशासन बच्चों के लिए संस्था से चाहते है, वहीं आपका भी कर्तव्य बनता है कि विद्यालय के मुखिया अथवा किसी अन्य अध्यापक के समक्ष बच्चों की शिक्षा से संबंधित या विद्यालय फीस व फंड जमा करवाने हेतु कोई समस्या रखनी हो, समय व अनुशासन का विशेष ध्यान रखें।
- अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल समय से 15 मिनट पहले स्कूल ड्रैस में ही भेजे।
- स्कूल समय के दौरान अभिभावक अपने बच्चो व अध्यापक से सीधा कक्षा में सम्पर्क न करें।
- अपने बच्चों को प्रतिदिन का गृह कार्य पूरा करवाकर ही भेजें।
- प्रत्येक मास के अंतिम शनिवार को 9 से 11 बजे तक ही अपने बच्चो की पढ़ाई के विषय में पूछताछ करें।
- विद्यालय में किसी से सम्पर्क करते समय कार्यालय में अनावश्यक बैठकर अपना व बच्चों का कीमती समय नष्ट न करें।
- बच्चों को फिजूलखर्ची के लिये पैसे ना देवें।
- बच्चों के अवकाश प्रार्थना पत्र पर अभिभावक स्वंय हस्ताक्षर करें।
- अति आवश्यक कार्य पड़ने पर ही बच्चों की छुट्टी लें व एक से अधिक दिन की छुट्टी के लिए अभिभावक विद्यालय में आकर सम्पर्क करें।
- बच्चों की किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए विद्यालय का सहयोग करें।
- टेलीफोन पर अवकाश मंजूर नही किया जायेगा।
- स्कूल में धूम्रपान न करें व मोबाइल फोन स्कूल में बंद रखे
- स्कूल के विशेष अवसरों पर बुलाने पर कृप्या अवश्य पधारे।
- बच्चों की दैनिक गृहकार्य डायरी प्रतिदिन हस्ताक्षरित करें।