‘‘रहते हैं खामोश अक्सर वो, जमाने में जिनके हुनर बोलते हैं’’
वक्त की घूमती सूईयों ने हम सबको एक ओर नये शैक्षिक सत्र के स्वागत द्वार पर ला खड़ा किया है। नई उमंगों व उत्साह के साथ सुनहरे भविष्य के सपने संजोये हमारे होनहार नये सत्र में सफलता का परचम लहराने को आतुर हैं। नये सत्र की आहट के साथ ही अभिभावकों के समक्ष यक्ष प्रश्न आ खड़ा होता है कि क्या शीशों से चमकने वाली ये संस्थाएं उनके लाडलों का भविष्य चमका पांएगी ? वास्तव में बाह्य चमक-दमक वाली अनेकों संस्थाओं की वास्तविकता को समझ पाना हर अभिभावक के लिए संभव नहीं है। इनकी धरातलीय सच्चाई कुछ अलग ही दास्तां बयां करती है।
पिछले 30 वर्षाें से आपकी तमाम चिंताओं को दूर कर आपको राहत देने वाली, शिक्षा व समाज को समर्पित आपकी अपनी यह संस्था नये शैक्षणिक सत्र में भी आप के लाडलों के उज्ज्वल भविष्य में मील का पत्थर साबित होगी। संस्था का एक भ्रमण आपकी हर शंका को दूर कर देगा। संस्था से रोजगार परक व नैतिकता की शिक्षा ग्रहण कर हमारे संघर्षशील विद्यार्थी भारत की सुरक्षा व विकास में अविस्मरणीय भूमिका अदा कर रहे हैं।
आपके सहयोग व अमूल्य सुझावों ने हमेशा संस्था को नई स्फूर्ति व शक्ति दी है। आप के प्रगतिशील सुझावों व सकारात्मक सहयोग से आने वाला सत्र भी अद्वितीय व ऐतिहासिक होगा। इस नये, स्वपनिल, अविस्मरणीय व सुनहरी शैक्षणिक सत्र की अनेक-अनेक शुभकामनाओं के साथ संस्था में आपका हार्दिक स्वागत है।
- R. L. Godara